महिलाएं सशक्त: शिवराज सिंह चौहान की कार्यकाल रौंगते

महिलाएं सशक्त: जैसे कि मध्य प्रदेश में जनता को उनका नया मुख्यमंत्री मिल चुका है। अब मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान जी के जगह पर मोहन यादव को कुर्सी पर बिठाया गया है। और इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने नए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही शिवराज सिंह चौहान जी ने यह भी कहा कि वे मध्य प्रदेश का विकास और उन्नति के लिए कामना करते हैं।

सीएम शिवराज सिंह चौहान जी के कार्यकाल को लेकर महिलाएं अत्यधिक प्रभावित

महिलाएं सशक्त: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान जी के कार्यकाल को लेकर महिलाएं अत्यधिक प्रभावित हुई हैं। इसके लिए महिलाओं ने धरना शुरू किया है। महिलाओं का मानना है कि शिवराज सिंह चौहान जी हमारे भाई हैं और हमारे बच्चों के मामा है। उनका कहना है कि प्रदेश में फिर से शिवराज सिंह चौहान जी को ही सीएम बनाया जाए। इसके लिए महिलाओं ने चेतावनी दी है इन सब बातों से लगता है कि शिवराज सिंह चौहान जी का कार्यकाल महिलाओं के लिए बहुत ही लाभकारी रहा है।

महिलाएं सशक्त: शिवराज सिंह चौहान जी चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जो सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री हैं। शिवराज सिंह चौहान जी ने पहली बार 2005 में मुख्यमंत्री के पद को संभाला था और 2018 तक इस पद पर बने रहे थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला था।

ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद से प्रदेश में बीजेपी सरकार

मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की मदद से प्रदेश में बीजेपी सरकार फिर से बनी और शिवराज सिंह चौहान जी चौथी बार मुख्यमंत्री बने। शिवराज सिंह चौहान जी का कार्यकाल लगभग 17 साल का हो चुका है। 1972 में मात्र 13 साल की छोटी उम्र में शिवराज सिंह चौहान जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गये। बाद में वह भाजपा में चले गये। एक तरह से देखा जाए तो वह 50 साल से ज्यादा समय से राजनीति में हैं।

इसी बीच 2003 में हुए एमपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राघौगढ़ से दिग्विजय सिंह के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान जी को मैदान में उतारा। उस चुनाव में उमा भारती बीजेपी की ओर से सीएम थीं। शिवराज सिंह चौहान जी हार गए। यह शिवराज सिंह चौहान जी के राजनीतिक करियर की पहली और एकमात्र हार थी।

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शिवराज सिंह चौहान जी अचानक मुख्यमंत्री बन गये

2005 में, शिवराज सिंह चौहान जी ने बुधनी से उपचुनाव लड़ा और 30,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की। इसके बाद वह 2008 और 2013 में लगातार तीसरी बार चुनाव जीते और मुख्यमंत्री बने।

हारना और दोबारा सीएम बनना

2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी बहुमत से पीछे रह गई। शिवराज सिंह चौहान जी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस बार भी चुनाव से पहले बीजेपी ने कई बार नेतृत्व बदलने का इशारा किया था। उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम सबसे अंतिम में आया था। और ऐसा ही हुआ।

अब आगे क्या होगा

शिवराज सिंह चौहान जी का लक्ष्य अब लोकसभा की सभी 29 सीटों पर बीजेपी की जीत है। वे ‘मिशन-29’ के सफल होने की उम्मीद के साथ रैली में जनता के आशीर्वाद से भरपूर हैं। और मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों को जीतकर प्रधानमंत्री मोदी को फिर से बनाने का लक्ष्य रखते हैं।

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