अवैतनिक अतिथि शिक्षकों की धरना

अवैतनिक अतिथि शिक्षकों द्वारा नियमितीकरण के लिए लगातार मांगे की गई लेकिन शासन द्वारा ऐसा नहीं किया गया है। विधानसभा चुनाव के पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने आश्वासन जरूर दिया था। लेकिन चुनाव के बाद किसी भी तरह की बात अतिथि शिक्षकों के हित में नहीं की गई है। हालाकि मामला तब और बिगड़ गया जब मध्य प्रदेश के कटनी जिले में अतिथि शिक्षकों को पिछले 6 महीने का मानदेय नहीं मिला।

पिछले 6 महीनों से नही मिला मानदेय

अवैतनिक: मध्य प्रदेश के जबलपुर के पास कटनी जिले की अतिथि शिक्षकों को पिछले 6 महीने का मानदेय नहीं मिला जिसकी वजह से अतिथि शिक्षक बेहद परेशान है और लगातार प्रशासन से शिकायत कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा इन मामलों पर किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है इसी वजह से अतिथि शिक्षकों ने परीक्षाओं के पहले आंदोलन करने की चेतावनी प्रशासन को दी।

अतिथि शिक्षकों द्वारा परीक्षाओं के पहले आंदोलन करने की चेतावनी से शिक्षा विभाग भी काफी परेशान है और शिक्षा विभाग का कहना है कि परीक्षाओं के पहले आंदोलन करने से परीक्षाएं प्रभावित होगी जिसकी वजह से बहुत सारे छात्रों का परिणाम भी बिगाड़ सकता है। हालांकि इस मामले में शिक्षा विभाग द्वारा लगातार भुगतान को लेकर के प्रयास किया जा रहा है। और SDD से भी समस्या के निराकरण हेतु मांग की गई। लेकिन प्रशासन द्वारा किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ना ही आश्वासन दिया जा रहा है।

आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को भी नहीं मिला मानदेय

अवैतनिक: मध्य प्रदेश में सरकारी कर्मचारी बेहद परेशान है क्योंकि समय पर भुगतान नहीं मिल पा रहा है अतिथि शिक्षकों को पिछले 6 महीने से भुगतान नहीं मिला और इसी तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को भी 3 महीने से मानदेय नहीं मिला है जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है प्रशासन को लगातार शिकायत की जा रही है लेकिन किसी भी तरह का ध्यान प्रशासन की तरफ से नहीं दिया जा रहा है और ना ही आश्वासन मिला।

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स्व-सहायता समूह और रसोइयों को भी नही हुआ भुगतान

अतिथि शिक्षकों के साथ-साथ कटनी जिले में ही ढीमरखेड़ा के 530 स्व सहायता समूह समूहों और 600 रसोइयों को भी पिछले 4 महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा सीएम मोहन यादव और जिला कलेक्टर को भी समस्या से निराकरण हेतु मांग की गई। हालाकि अब तक समस्या बनी हुई है।

हाल ही में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह जी के द्वारा हर महीने की 1 तारीख को वेतन भुगतान करने का ऐलान किया गया था। और इस मामले में राजधानी कलेक्टर ने भी हामी भरी थी। जिसके बाद से कर्मचारी एवं पेंशन प्राप्त करता भी बेहद खुश थे। लेकिन मामला कटनी जिले का अतिथि शिक्षकों पर आता है जो की काफी शर्मशार है। मध्य प्रदेश में कर्मचारियों को वेतन भुगतान का निराकरण कब होगा यह देखने लायक और दिलचस्प होगा। आप अपना कल के साथ बने रहें ताकि जैसे ही कोई सरकार की तरफ से अपडेट आता है हम आपको इस वेबसाइट के माध्यम से सूचित करेंगे।

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