नए साल की हड़ताल: नया साल एक ऐसा दिन जब लोग अपने परिवारों के साथ मिलकर छुट्टियाँ मनाने या घूमने जाने का प्लान बनाते हैं परन्तु इस बार नए साल के दिन ही बसों और ट्रकों के पहिये थमे हुए हैं ऐसा इसलिए क्योंकि मध्यप्रदेश में सभी जिलों में बस ड्राइवर हड़ताल पर हैं ऐसे में अधिकतर जिलों में बसों के पहिए थमे हुए हैं। जिससे यात्रियों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस नई दिल्ली के अध्यक्ष ने ट्रक और यात्री बस चालकों की हड़ताल को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा है। ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अनुसार हड़ताल को लेकर मंगलवार को देश भर के ट्रांसपोर्टर की एक बड़ी बैठक होगी। जब तक यह हड़ताल जारी रहेगा।
ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन क्यों
नए साल की हड़ताल: हमारे ड्राइवर भाई भारत सरकार द्वारा लागू ड्राइवर हिट एंड रन में किए गए संशोधन भारतीय न्याय संहिता की धारा 104(2)) का कड़ा विरोध कर रहे हैं इस नए संशोधन के तहत सड़क हादसे के बाद मौके से भागने वाले चालक को 10 साल की सजा और 8 लाख रुपये के जुर्माने का प्रविधान किया जा रहा है। जिस बात से ड्राइवरों ने सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जताई और इस कानून को वापस लेने की मांग की है।
उनका कहना है कि एक्सीडेंट की घटना ड्रायवर कभी भी जानबूझकर नहीं करते हैं। वाहन चालक के विरूद्ध एक्सीडेन्ट करने पर कानून मे किये जा रहे संशोधन को निरस्त किया जाए। दुर्घटना के बाद चालक मौके से नहीं भागे तो जमा हुई भीड़ मारपीट करने के साथ कई बार जान तक ले लेती है।
कहा कहा पड़ा इसका असर
ड्राइवर द्वारा किये गए हड़ताल से पूरे प्रदेश में काफी ज्यादा असर देखने मिल रहा है जिसका सबसे ज्यादा असर पेट्रोल पंपों है अभी से ही बहुत से पेट्रोल पम्प में पेट्रोल मिलना बंद हो गया है देखा जाय तो 80 % पेट्रोल पंप में पेट्रोल नहीं मिल रहा है। हड़ताल की खबर जैसे ही लोगों को मिलते तो, वे कड़कड़ाती ठंड में सुबह 5 बजे से ही पंपों की तरफ दौड़ पड़े , जिसकी वजह से पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल खत्म हो गया।
इसके बाद हड़ताल का सीधा असर सब्जी मार्केट में देखने मिलेगा जहाँ पर अलग अलग जगहों से सब्जी पहुँचता था वह अब पहुंचना काफी मुश्किल हो जायगा और काफी ज्यादा महंगे भाव में सब्जी की बिक्री होगी।
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