लाड़ली बहना योजना: नाम गायब, आत्महत्या की कोशिश

  • लाड़ली बहना योजना का नाम आज मध्य प्रदेश की हर महिला की ज़ुबान पर है इस योजना के तहत मध्य प्रदेश की 1.32 करोड़ से भी अधिक महिलाओं को लाभ मिला है लेकिन अभी भी कुछ महिलाएं ऐसी हैं जो इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह गई है। ठीक ऐसा ही एक मामला छतरपुर जिले का सामने आया है जिसमें महिला का चयन लाडली बहना योजना में न होने पर उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। 
  • लाड़ली बहना योजना: हाल ही में छतरपुर जिले से एक मामला सामने आया है जिसमें लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिलने पर एक महिला ने नींद की गोलियों का ओवरडोज लेकर खुदकुशी करने की कोशिश की समय रहते उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला से हुई मुख्य बातें के दोरान यह बात सामने आई है कि चंदा रैकबार (पीड़ित महिला) लाडली बहना योजना में चयन नहीं होने की वजह से दुखी थी और इसी तनाव में आकार उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। 
  • लाड़ली बहना योजना: पीड़ित महिला का नाम चंदा रैकबार आयु 45 वर्ष है वह छतरपुर जिले की रहने वाली है। चंदा रैकबार और उसके पति हरि लाल रैकबार ने मीडिया के माध्यम से ये जानकारी दी कि पंचायत के सरपंच ने उनका सहयोग नहीं किया, वह अपना फार्म भरने सरपंच के पास गई थी पर सरपंच ने कहा कि साइड नहीं खुलने के कारण फार्म अपलोड नहीं हो रहा है इसके साथ ही हरि लाल ने बताया कि सबका योजना का पैसा आ रहा है सिवाय उसके और इसी दुख से चंदा ने खुदकुशी करने की कोशिश की।  

लाडली बहना योजना को लेकर महिलाओं का क्रेज 

लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश की एक महत्वकांशी योजना है इस योजना को लेकर महिलाओं के अंदर क्रेज बड़ा हुआ है। योजना के तहत मिली आर्थिक सहायता से महिलाएं बहुत खुश हैं तो वही कुछ दुष्ठ परिणाम भी सामने आ रहे हैं जिसमें महिलाएं मानसिक रोग का शिकार हो रही हैं जो इस योजना के लाभ से वंचित रह गयी है। 

योजना की राशि को लेकर लोगों में बड़ी उम्मीदें  

लाडली बहना योजना को महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए बनाया गया है। इसी मुद्दे को लेकर पीड़िता चंदा रैकबार ने मीडिया को बयान देते हुए बताया कि वह काफी गरीब परिवार से है उसके घर में छह बेटियां हैं और उसका पति शराब पिता है घर की सारी ज़िम्मेदारियाँ उसके ऊपर है अपने घर का पालन पोषण करने के लिए वह सरकारी स्कूल में ₹2000 महीने पर खाना बनाती है लेकिन उसे घर खर्च चलाने में परेशानी आती है, इसलिए उसने बहुत ही उम्मीद से लाडली बहना और लाडली बहना आवास योजना का फॉर्म भरा था ताकि योजना से प्राप्त सहायता राशि से उसके परिवार का पालन पोषण अच्छे से हो जाएगा लेकिन चयन न होने की वजह से वह काफी निराश थी। 

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प्रदेश की करोड़ो महिलाएं हैं लाडली बहना योजना पर आश्रित 

मध्य प्रदेश की लगभाग सभी महिलाएं लाडली बहना योजना की आदि हो गई है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा चलाई गई इस योजना के तहत प्रदेश की 1.32 करोड़ महिलाओं को आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराई जाती है जिसे महिलाएं अपनी और अपने घर की कई जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होती हैं और कहीं न कहीं वह लाडली बहना योजना पर आश्रित भी हो गई है। 

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