बोर्ड परीक्षा पेपर्स: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन अगले महीने किया जाना है जिसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए परीक्षा का टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है। टाइम टेबल के अनुसार 10वीं और 12वीं की परीक्षा 5 फरवरी से 5 मार्च के बीच होनी है, लेकिन उससे पहले ही बोर्ड परीक्षाओं की एडवांस बुकिंग चालू हो गई है।
दरअसल 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए 2 छात्र टेलीग्राम चैनल बनाकर पेपर बचने के लिए एडवांस बुकिंग कर रहे थ, जिसको समय रहते भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है। गैर कानूनी गतिविधियां करने के लिए और 10वीं 12वीं के छात्रों को गुमराह करने के लिए पुलिस ने उन दोनों छात्रों पर कड़ी कार्यवाही की है। अब राजधानी पुलिस यह पता लगाने में लगी है कि आखिर इन दोनों का असली सरगना कौन है।
टेलीग्राम चैनल बनाकर की एडवांस बुकिंग
बोर्ड परीक्षा पेपर्स: मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) भोपाल द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं के वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं के पेपर की एडवांस बुकिंग चालू हो गई है। बता दें कि भोपाल पुलिस ने 2 छात्रों को हिरासत में लिया है जो टेलीग्राम पर चैनल बनाकर एडवांस बुकिंग कर रहे थे।
राजधानी पुलिस क्राइम ब्रांच ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों छात्रों ने चेक टेलीग्राम पर एक चैनल बनाया था जिसकी डीपी पर उन्होंने माध्यमिक शिक्षा मंडल का लोगो लगाया था, जिससे छात्र भरोसा करने लगे और तेजी से उनके चैनल से जोड़ने लगे। पुलिस ने बताया कि उन्होंने छात्रों से परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने का वादा किया था।
UPI से ले रहे थे पेमेंट
भोपाल पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 18 वर्षीय उज्जैन निवासी धीरज खत्री और 18 वर्ष से कम दूसरा छात्र जो कि भोपाल निवासी है, दोनों ने अपने फेक टेलीग्राम चैनल पर छात्रों से यह वादा किया था कि उनको वार्षिक परीक्षा से पहले ही पेपर उपलब्ध कराएंगे, जिसके लिए उन्होंने सैंपल पेपर भी छात्रों को उपलब्ध कराये। यह कार्य करने के लिए उन्होंने 10वीं के छात्रों से 499 और 12वीं से छात्रों से 599 UPI के माध्यम से अपने अकाउंट में डलवाए।
पुलिस कर रही असली माफिया की तलाश
राजधानी पुलिस में इस मामले की जांच साइबर क्राइम पुलिस के माध्यम से की, जिसके बाद भोपाल पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ धारा 412, 420 वा IT एक्ट धारा 66 लगाई है, लेकिन पुलिस को विश्वास है कि ऐसी गैर कानूनी गतिविधि करने वाले सिर्फ 2 अपराधी ही नहीं है।
इसे भी पढ़ें – MP मुख्यमंत्री यादव ₹2500 करोड़ कर्ज सुरक्षित
इनके पीछे असली माफिया अभी तक कानून की गिरफ्त से दूर है जिसकी तलाश में अब पुलिस जुट गई ह। पुलिस का मानना है कि इस बार माफिया ने 18 वर्ष से कम के छात्रों को यह गैरकानूनी गतिविधियां करने के लिए निशाना बनाया है।