इंदौर: इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है पारंपरिक वेशभूषा को बढ़ावा देना। आयोजन में देश के अलग-अलग प्रांतों से पहने जाने वाली पारंपरिक वेशभूषा का डिस्प्ले भी किया। यह आयोजन वस्त्र मंत्रालय द्वारा प्रमोट किया जा रहा है, जो साड़ी परंपरा को बढ़ावा देने के लिए है। इस आयोजन का मुख्य लक्ष्य साड़ी और भारतीय वेशभूषा को प्रमोट करना है, जो देश के हर कोने की महिलाओं द्वारा पहनी जाती है।
पारंपरिक वेशभूषा को बढ़ावा
इंदौर जिले में 7 मार्च को आयोजन के दौरान लगभग 25000 से अधिक महिलाएं साड़ी पहनकर एक साथ कदमताल करती नजर आई। पारंपरिक वेशभूषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से होने वाले आयोजन में देश के अलग-अलग प्रांत में पहनी जाने वाली पारंपरिक वेशभूषा का डिस्प्ले भी किया।
आयोजन का मुख्य उद्देश्य है पारंपरिक वेशभूषा को बढ़ावा
इस आयोजन की तैयारियों को लेकर अधिकारियों ने नेहरू स्टेडियम का दौरा किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारत देश की विविधताओं और कलाओं को दिखाना है। जैसा कि सभी जानते हैं कि हमारे देश में अलग-अलग राज्यों में खान-पान व वेशभूषा, बोली अलग-अलग है। तो इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम में महिलाओं ने प्रदर्शन किया और विभिन्न राज्यों की बोली खान-पान और पहनावे को बढ़ावा दिया। आयोजन का मुख्य केंद्र बिंदु पहनावा था। इस आयोजन के दौरान महिलाओं ने साड़ियां पहनी हुई थी।
आयोजन में देश के अलग-अलग प्रांतों से पहने जाने वाली पारंपरिक वेशभूषा का डिस्प्ले
पारंपरिक पहनावे अभियान के प्रचार प्रसार के लिए केंद्रीय वस्त मंत्रालय यह आयोजन हुआ। इंदौर में 7 मार्च को यह आयोजन किया। जिसमें 25000 महिलाएं साड़ी पहनकर वॉक करती नजर आई। इस आयोजन की तैयारी को लेकर अधिकारी नेहरू स्टेडियम पहुंचे। नेहरू स्टेडियम से यह वॉक प्रारंभ की गई। जो पीएससी ऑफिस डेली कॉलेज कृषि कॉलेज होते हुए नेहरू स्टेडियम पर समाप्त की गई।
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यह आयोजन वस्त्रमंत्रालय द्वारा प्रमोट
इस कार्यक्रम के द्वारा यह बताया गया है कि जो इस रोजगार में लगे हुए कारीगर हैं। उनको बढ़ावा देने के लिए आयोजन किया जा रहा है। और यह देश भर की सबसे बड़ी साड़ी का आयोजन इंदौर में मुख्यमंत्री जी के द्वारा आयोजित किया गया है। जिसमें कम से कम 25000 महिलाओं ने भाग लिया इस कार्यक्रम में सभी प्रकार के वर्गों और समाज की भागीदारी रही। खास तौर पर महिलाओं ने भव्य प्रदर्शन किया और देश में भर में साड़ी और भारतीय वेशभूषा को प्रमोट करने के लिए महिलाओं ने प्रदर्शन किया।
आयोजन का मुख्य लक्ष्य साड़ी और भारतीय वेशभूषा
मध्यप्रदेश राज्य में साड़ी पहनने की परंपरा है। जो की विभिन्न प्रकार की साड़ियां होती हैं। आयोजन के दौरान महिलाओं ने साड़ियां पहनी हुई थी। और अलग-अलग प्रकार की साड़ियों को शोकेस किया। विभिन्न प्रांतो में पहने जाने वाली साड़ियों को डिस्प्ले भी किया। इससे पहले इस प्रकार का आयोजन सूरत और पुणे में हो चुका है। 10000 महिलाओं ने एक साथ वॉक किया था। जबकि पुणे में 15000 महिलाएं शामिल हुई थी। इंदौर में नया रिकार्ड बनाने का कीर्तिमान हासिल किया गया। जिसमें लगभग 25000 महिलाओं को शामिल किया गया।