पेंशन हड़ताल की तारीख तय: पुरानी पेंशन बहाली की जंग सरकार से लड़ते-लड़ते कर्मचारी संगठनों को एक लंबा समय बीत चुका है लेकिन सरकार अपने फैसले को लेकर बिल्कुल मौन है। वहीं अब कर्मचारी संगठन ने पुरानी पेंशन बहाली की मांगों को लेकर केंद्र सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल का अल्टीमेट दे दिया है। बता दें बुधवार 28 फरवरी को शिव गोपाल मिश्रा की अध्यक्षता में नेशनल जॉइंट काउंसलिंग आफ एक्शन (NJCA) की 7 सदस्यों की बैठक रखी गई जिसमें 1 मई से देश में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया गया।
बीते दिन बुधवार को नेशनल जॉइंट काउंसलिंग आफ एक्शन (NJCA) की हुई इस बैठक में यह ऐलान किया गया है कि देशभर के रेलवे और सुरक्षा (सिविल) के कर्मचारी 1 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। बता दें पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारी संगठन द्वारा इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का आवाहन किया गया है। कर्मचारियों की इस हड़ताल का असर देश के विभिन्न क्षेत्रों में पड़ेगा, ट्रेन व डिफेंस इंडस्ट्रीज़ बंद हो जाएंगे साथ ही सरकारी कार्यालय के कामकाज भी बंद पड़ेंगे।
19 मार्च को भेजा जाएगा नोटिस
पेंशन हड़ताल की तारीख तय: बीते दिन बुधवार 28 फरवरी को शिव गोपाल मिश्रा के अध्यक्षता में हुई नेशनल जॉइंट काउंसलिंग आफ एक्शन (NJCA) की 7 सदस्यों की बैठक में यह निर्णय लिया गया की 1 मई 2024 से देश भर के रेलवे और सुरक्षा (सिविल) कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। बता दें कर्मचारी संगठन द्वारा 19 मार्च तक अनिश्चितकालीन हड़ताल का नोटिस जारी किया जाएगा। वहीं क्षेत्रीय कर्मचारी संगठन भी 19 मार्च तक अपनी-अपनी इकाइयों को इस हड़ताल का नोटिस जारी करेंगे।
इन सदस्यों की मौजूदगी में लिया गया निर्णय
बुधवार को NJCA बैठक में शिव गोपाल मिश्रा की अध्यक्षता में कुल 7 सदस्यों की मौजूदगी में यह निर्णय लिया गया की 1 मई से देशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल रखी जाएगी। बता दें समिति में मौजूद शिव गोपाल मिश्रा कन्वीनर, कामरेड SN पाठक, कामरेड अशोक सिंह, कामरेड रूपक सरकार, कामरेड गीता पांडे, अध्यक्ष AIEDF, अध्यक्ष INDWF, अध्यक्ष AIPTF, ITEF/ कनफेडरेशन और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद यूपी अध्यक्ष कामरेड हरि किशोर तिवारी की सहमति से यह निर्णय लिया गया।
करोड़ कर्मचारियों का हड़ताल पर जाना तय
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारी संगठन द्वारा 1 मई 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया गया है। बता दें इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में देश भर के करोड़ों रेलवे और सुरक्षा (सिविल) के कर्मचारी शामिल होंगे। यदि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार पुरानी पेंशन लागू नहीं करती है तो रेलवे और सुरक्षा के कर्मचारी व उनके परिवारों सहित 10 करोड लोगों से अधिक की संख्या हो जाएगी चुनाव में बड़ा उलटफेर करने के लिए।
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अनिश्चितकालीन हड़ताल से देश पर पड़ेगा भारी असर
कर्मचारी संगठन एक लंबे समय से केंद्र सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते चले आ रहे हैं जिस पर सरकार पूर्ण रूप से मोहन है पर यदि सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले पुरानी पेंशन को देश में लागू नहीं किया तो कर्मचारी संगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर जाएंगे जिसका असर देश पर बड़े पैमाने पर पड़ेगा। रेल और डिफेंस इंडस्ट्री पूरी तरह से बंद हो जाएंगी साथ ही सरकारी दफ्तरों के साथ सारे काम बंद हो जाएंगे और दफ्तर में ताले पड़ जाएंगे।