मध्यप्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा अभी हाल ही में बिजली विद्युत बिजली उपभोक्ताओं के नए स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, जिसके तहत अब बिजली बिलिंग के नियमों में कई बड़े बदलाव किए गए हैं जिनका भारी असर बिजली बिल उपभोक्ताओं के ऊपर देखने को मिलेगा। उपभोक्ताओं को इस नए स्मार्ट मीटर के कारण बड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। बता दें कि इन बदलाव के कारण उपभोक्ताओं को बिजली बिल के भुगतान के दौरान अधिक पैसा देना पड़ सकता है, क्योंकि नए स्मार्ट मीटर के तहत यदि मीटर में लोड बढ़ता है तो उसका चार्ज उपभोक्ताओं को देना पड़ेगा।
बता दे कि राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा अभी स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को आरंभ किया जाएगा, जिस दौरान बिजली बिल उपभोक्ता को किसी प्रकार की कोई पेनाल्टी नहीं देनी होगी। विद्युत नियामक आयोग द्वारा प्राप्त हुई सूचना के मुताबिक बिजली बिल मीटर में बड़े हुए लोड पर बिजली के बिल भेजने की प्रक्रिया को फाइनेंशियल ईयर के शुरुआती महीने से यानी कि अप्रैल माह से शुरू किया जाएगा।
मध्यप्रदेश: इसके लिए बिजली बिल उपभोक्ताओं को स्वयं की तरफ से कुछ करने की आवश्यकता नहीं होगी उन्हें सिर्फ उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक छोटा नोटिफिकेशन मैसेज भेज दिया जाएगा, जिसमें यह लिखा होगा कि अप्रैल माह से उपभोक्ताओं के पूर्व से स्वीकृति मीटर की बिलिंग अब बड़े हुए लोड के आधार पर की जाएगी।
मध्यप्रदेश में लगेंगे नए स्मार्ट मीटर
राज्य के विधुत नियामक आयोग में मध्य प्रदेश में नए स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय लिया है, जिसके लगाने के बाद से बिजली बिलिंग में कई अहम बदलाव किए जाएंगे। विद्युत नियामक आयोग से मिली सूचना के मुताबिक नए स्मार्ट मीटर को प्रदेश में लगाने का कार्य नये फाइनेंशियल ईयर के पहले महीने यानी कि अप्रैल माह से शुरू किया जाएगा, जिसकी अवधि में उपभोक्ताओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, उनके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक स्वीकृति नोटिफिकेशन आएगा।
बिलिंग बड़े हुए लोड के आधार पर होगी
विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली बिलों को नए स्मार्ट मीटर से बदला जाएगा जिसकी बिलिंग बड़े हुए लोड के आधार पर की जाएगी। उदाहरण को लेकर यदि समझा जाए तो, मान लीजिए बिजली का बिल 2 किलोवाट है तो उसी के हिसाब से बिल आता है। बता दें कि 1 वर्ष में तीन बिलिंग साइकिल होती है जो की 2.2 किलोवाट, 2.3 किलोवाट, 2.4 किलोवाट पहुंचता है। इस हिसाब से बिलिंग साइकिल औसत आंकड़े 2.2 किलोवाट से स्मार्ट मीटर का लोड बढ़ा हुआ आएगा।
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उपभोक्ताओं पर पड़ेगा भारी असर
विद्युत नियामक आयोग द्वारा नए स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया जल्दी आरम्भ होने वाली है, जिसका भारी असर बिजली बिल उपभोक्ताओं के ऊपर पड़ने वाला है। बड़े हुए बिल को लोड के आधार पर बिजली बिल उपभोक्ताओं को बड़े हुए बिजली के बिलों का भुगतान करना पड़ेगा। हालांकि स्मार्ट मीटर लगाने की अवधि में उपभोक्ताओं पर किसी प्रकार की कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी।