मोहन सरकार की बड़ी कार्रवाई: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने एक बहुत ही बड़ा एक्शन लिया। उन्होंने प्रदेश में बहुत से वेयरहॉउस को ब्लैक लिस्ट कर दिया। क्योंकि ब्लैक लिस्ट में पड़ा हुआ अनाज खराब होने के कारण वेयरहाउस के संचालकों के ऊपर कारवाई की जाएगी। इसका सीधा प्रभाव खाद्य सामग्री पर दिखाई दे रहा है। क्योंकि लापरवाही के कारण खाद्य सामग्री को नुकसान पहुंचा है।
150 से अधिक वेयरहाउस हुए ब्लैक लिस्ट
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री जी ने 150 से भी ज्यादा वेयरहाउस को कर दिया। ब्लैक लिस्ट जाने क्या है पूरा मामला मध्य प्रदेश में धान में लापरवाही की वजह से 35 से भी ज्यादा वेयरहाउस को ब्लैक लिस्ट करवा दिया। और इसके बाद सरकार ने वेयरहाउस के संचालकों पर कार्यवाही की जिन लोगों ने गेहूं और धान खरीदी के समय लापरवाही बरती थी। उन लोगों पर अब कार्रवाई की जाएगी।
मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन
मोहन सरकार की बड़ी कार्रवाई: मध्य प्रदेश में 150 से भी ज्यादा वेयरहाउस को ब्लैक लिस्ट करने का मामला सामने आया है। यहां पर जबलपुर में 35 से ज्यादा वेयरहाउस हैं अब गेहूं की खरीद होगी तो उस समय जबलपुर में गेहूं की खरीद पर वेयरहाउस पर कमी देखने को मिलेगी। वेयरहाउस को ब्लैक लिस्ट में रखा गया है। मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉरपोरेशन में इन सभी वेयरहाउस में रखे खाद्य पदार्थों की सुरक्षा के लिए सुविधा अच्छे से नहीं की थी। इसके अलावा खाद्य पदार्थों को बचाने के लिए दवाइयां का छिड़काव भी नहीं किया था। जिसके कारण वेयरहाउस में रखा सारा अनाज खराब हो गया। जिसके कारण प्रदेश सरकार को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें – खाद्य विभाग में 417 पद खुली, केवल ₹25 आवेदन शुल्क में आवेदन करें!
राज्य शासन ने कुछ लोगों को भी किया ब्लैकलिस्ट
जबलपुर के 38 वेयरहाउस पर अनाज भंडारण के लापरवाह रखने के आरोपों पर राज्य शासन की कार्रवाई की बात खबर में आई है। कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि राज्य शासन ने इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वेयर हाउस सहित संबंधित विभाग को इसकी जांच के लिए निर्देशित किया गया है। अनाज के भंडारण में लापरवाही करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, राज्य शासन ने कुछ लोगों को ब्लैकलिस्ट किया है।
जिन लोगों के कारण अनाज खराब हुआ है उन्होंने या तो सड़के को दी थी या गोदाम में ताला लगाकर वह भाग गए थे। या सही से गोदाम में दवाइयां नहीं छिड़की थी। जिसकी वजह से गेहूं खराब हो गए और करीब 1520 गोदान ऐसे हैं। जिनके खिलाफ राज्य शासन ने उनको ब्लैक लिस्ट किया है। और यह निर्देश दिए हैं कि इन लोगों को स्टोरेज का काम ना दिया जाए।