नौकरी : आज के समय में हर इंसान पैसे के लिए काम करता है और पैसे की अहमियत एक प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाला मिडिल क्लास व्यक्ति ही समझ सकता है। यही कारण है कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले व्यक्ति हर 2-4 साल में अपनी नौकरी बदल लेते हैं क्योंकि वह उस निर्धारित वेतन से अपनी जरूरतों को पूरी नहीं कर पाते लेकिन अपनी नौकरी बदलने के साथ वह अपने PF का जमा किया हुआ पैसा भी निकाल लेते हैं।
नौकरी :
अपनी वर्तमान नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी करना तो आपकी अपना फैसला पर निर्भर करता है पर आप नौकरी बदलते समय अपने सालो के जमा किये हुए पीएफ के पैसे भी निकाल लेते हैं पर क्या आप जानते हैं ऐसा करके आप अपना बहुत बड़ा नुकसान कर लेते हैं। जैसा कि आप जानते हैं पीएफ में पैसा जमा करके आप अपने भविष्य को सुरक्षित करते हैं और इसे बीच में ही तोड़कर आप अपनी रिटायरमेंट की प्लानिंग को तो समाप्त करते ही हैं, साथ ही आप अपनी पेंशन की निरंतर को भी ख़त्म कर देते हैं।
नौकरी बदलने या फिर किसी कारण छूट जाने पर कई बार ऐसा होता है कि लोग अपना भविष्य निधि (PF) का पैसा इस्तेमाल में लेने की सोचते हैं जो करना आपके लिए बहुत घाटे का सौदा हो सकता है। आप ये करने की बजाय अपनी बदली हुई नौकरी के साथ अपने पीएफ खाते को भी ट्रांसफर करके उसे निरंतर चालू रख सकते हैं।
PF का पैसा निकलना सही विकल्प नहीं
ऐसा अक्सर होता है जब लोग अपनी नौकरी बदलते समय अपने पीएफ का पैसा भी निकाल लेते हैं तो हम आपको बता दें कि ऐसा करके आप कोई समझदारी का काम नहीं कर रहे हैं बल्कि नुकसान मोल ले रहे हैं क्योंकि नौकरी छोड़ने के बाद भी आपको अपने पीएफ फंस का ब्याज मिलता है, इसलिए आप अपने पीएफ के पैसे को ना निकालते हुए उसे अपनी नई कंपनी के पीएफ में ट्रांसफर करवा सकते हैं।
PF का पैसा बन जाता है इतनी मोटी रकम
पीएफ के पैसे को निकालने का सोचना बिल्कुल भी सही नहीं है ऐसा करने से आप अपने भविष्य से खिलवाड़ कर सकते हैं क्योंकि मान लीजिए कि आपकी प्राइवेट नौकरी की सैलरी हर महीने की 15 हजार रुपये है तो उसपर मौजूदा पीएफ दर 8.15 प्रतिशत मिलेगा जिसके मुताबिक आपका 2351 रुपये का पीएफ कटेगा। इसी तरह इकट्ठा होते-होते यह 10 साल में 4.34 लाख हो जाएगा और अगले 20 साल में बढ़कर 14.11 लाख तक पहुंच जाएगा सिर्फ इतना ही नहीं, आपकी 60 साल की आयु तक अगर आपने 20 साल की उम्र से कम करना शुरू किया होगा तो 40 साल के कार्यकाल में आपके पीएफ की राशि 86 लाख रुपये की एक मोटी रकम का रूप ले चुकी होगी जो आपके भविष्य में रिटायरमेंट के बाद आपके जीवन में पडने वाली जरूरतों को पूरा करने के काम आएगी।
पेंशन योजना का भी मिलेगा लाभ
यदि आप अपने पीएफ को नई कंपनी में ट्रांसफर कराते हैं तो आपका पीएफ खाता निरंतर माना जाता है, ऐसे में आपको मिलने वाली पेंशन योजना का भी लाभ निरंतर मिलता है बता दें कि पीएफ विभाग यह चेक करता है कि आपने कितने सालो तक कुल सेवा की है और आपके पीएफ अकाउंट में कितना फंड है इसके आधार पर ही आपकी मासिक पेंशन योजना निर्भर की जाति है हिस्ट्री नहीं टूटने पर आपको पेंशन योजना का लाभ आसानी से मिलता रहेगा।
इसे भी पढ़ें – कर्मचारियों को मिला दिवाली का तोहफा एरियर के भुगतान की प्रक्रिया हुई चालू, देखें संपूर्ण जानकारी