छात्रों की 20 घंटे की प्रदर्शन आंदोलन: वर्तमान में मध्य प्रदेश राज्य की MPPSC की मुख्य परीक्षा 2023 को लेकर पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। मांगे पूरी होती ना देख MPPSC के छात्र सड़कों पर धरना प्रदर्शन करने उतर आए हैं। जब हमने सूत्रों के माध्यम से इस पूरे मामले की जांच की तो यह पता चला कि राज्य में 18 जनवरी को मध्य प्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2023 के परिणाम घोषित किए गए थे जिसमें परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यार्थियों को MPPSC मुख्य परीक्षा 2023 में भाग लेना था, जिसके लिए विभाग द्वारा अभ्यार्थियों को केवल 45 दिनों तक का समय ही दिया गया था।
MPPSC मुख्य परीक्षा 2023 को कराने के संबंध में छात्रों को इतने कम दिनों की समय सीमा उपलब्ध कराने से छात्र संघ विभाग से काफी नाराज है। यही कारण है कि MPPSC छात्र मेंस एग्जाम की समय सीमा को बढ़ाने के साथ अन्य कई मांगों को पूरा करवाने के लिए बीते 20 घंटे से MPPSC ऑफिस के सामने जाकर जमकर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। MPPSC छात्रों का सहारा लेकर कांग्रेस इस मौके का भरपूर फायदा उठा रही और राज्य सरकार को सवालों से घेर रही है।
MPPSC ऑफिस के सामने छात्रों ने किया हंगामा
छात्रों की 20 घंटे की प्रदर्शन आंदोलन: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC ) के तकरीबन 500 से भी अधिक छात्रों ने बीते दिन इंदौर के MPPSC ऑफिस के सामने जाकर हंगामा करते नारेबाजी की और लंबे समय तक बवाल खड़ा कर दिया। बता दे कि छात्रों को यह धरना प्रदर्शन करते हुए लगभग 20 घंटे से भी अधिक समय बीत चुका है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने हाथों में पोस्टर, बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की और सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वह जल्द ही भूख हड़ताल पर उतर आएंगे।
छात्र मेंस एग्जाम की समय सीमा से नाराज
बता देती 18 जनवरी को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) परीक्षा 2023 के प्रारंभिक परीक्षा परिणाम घोषित किए गए थे जिसके बाद परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को मेंस एग्जाम के लिए MPPSC विभाग द्वारा केवल 45 दिनों तक की समय सीमा उपलब्ध कराई गई थी। MPPSC छात्र संघ सरकार से के इसी फैसले से काफी नाराज है, उनकी मांग है की मेंस एग्जाम की समय सीमा को 45 दिनों से बढ़ाया जाए।
छात्रों ने रखी यह मांगे
MPPSC मेंस एग्जाम की समय सीमा में बढ़ोतरी करने को लेकर MPPSC छात्र 20 घंटे से भी अधिक समय से MPPSC ऑफिस के सामने जाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वही प्रदर्शनकारी छात्र आकाश पाठक ने छात्र संघ की तरफ से आवाज उठाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में कुल 45 लाख बेरोजगार रजिस्टर्ड है और राज्य सरकार सिर्फ 60 पदों पर विज्ञापन निकाल कर मज़ाक़ करती चली आ रही है।
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छात्र संघ की मांग है कि MPPSC 2024 में कम से कम 500 पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी करने के साथ ही जो 13% के परिणाम जारी किए जाने थे उन्हें भी जल्द ही घोषित किया जाए।