मुख्यमंत्री यादव का फैसला: मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं और सीएम पद पर आने के बाद उन्होंने पहले ही दिन मध्यप्रदेश में मांस बेचने पर सख्ती दिखाई। इसके साथ ही राज्य के हर जिले में एक्सीलेंस कॉलेज खोले जानें का प्रस्ताव भी कैबिनेट में लेके आए।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी सीएम पद पर आते ही अपनी शक्ति दिखा रहे हैं उन्होंने खुले में मांस बेचने पर भी आपत्ति दर्ज कराई और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का कठोरता से पालन भी कर रहे हैं। इसके साथ ही राज्य के हर जिले में एक एक्सीलेंस कॉलेज मतलब कुल 52 कॉलेज खोले जाने का प्रस्ताव उन्होंने कैबिनेट में रखा। इसके साथ उन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभालते ही पहले दिन कुछ अनोखे कार्य किए जिनके बारे में आज हम या विस्तार से जानेंगे।
सीएम मोहन यादव ने पहले दिन लिए ये सभी फैसले
मुख्यमंत्री यादव का फैसला: मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव जी पहले ही दिन खुले में मांस बेचने को लेकर सख्ती दिखाए और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन किया। इसके साथ ही राज्य के हर जिले में एक एक्सीलेंस कॉलेज खोले जाने का प्रस्ताव कैबिनेट में रखे, जिससे 52 कॉलेज राज्य में खोले जाएंगे। इसके साथ ही राज्य में लाउडस्पीकर की आवाज को नियंत्रित करने का आदेश दिया और तय डेसिबल से अधिक आवाज आने पर लाउडस्पीकर को बैन करने का भी आदेश दिया।
13 दिसंबर को हुआ नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने 13 दिसंबर को पद एवं गोपनीयता की शपथ लिए। मोहन यादव जी राज्य में 19 वे मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए हैं। शपथ ग्रहण का या कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय मंत्री सहित राज्य के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए थे।
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मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री का ऐलान कर भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है की वे किसी तरह के प्रेशर में काम नहीं करते हैं। और उनके फैसले निष्पक्ष एवं अनुपम होते हैं। हालांकि यह बात भी सामने आ रही है कि आरएसएस, मोहन यादव जी को मुख्यमंत्री बनने को लेकर बेहद गंभीर थे और यही एक बड़ा कारण है कि मोहन यादव जी को मुख्यमंत्री बनाया गया।