सीएम यादव: मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव जी लगातार कठोर कदम उठा रहे हैं कभी शिवराज के करीबियों को ट्रांसफर कर रहे हैं तो कभी मंत्रियों की सिफारिश किए जाने पर भी कर्मचारियों का तबादला कर रहे हैं।
किसी भी कार्य को करने के लिए कठोर होना उतना ही जरूरी है जितना एक माली को अपने बगीचे में लगातार पानी देना होता है क्योंकि अगर माली बगीचे की साफ सफाई और अच्छे से काम नहीं करेगा तो बगीचा जंगल की तरह दिखाई देगा। इसी क्रम में अगर राज्य के मुखिया अच्छे से कार्य नहीं करेंगे तो राज्य के अन्य कर्मचारी भी कार्य नहीं करेंगे और प्रदेश पिछड़ता जाएगा।
15 मंत्रियों की सिफ़ारिश रद्द
सीएम यादव: मध्य प्रदेश में पिछले कई वर्षों से मंत्रियों के स्टाफ में कई लोग जमे हुए हैं। जिसमें निजी सहायक, निज सचिव, विशेष सहायक की सिफारिश भेजी गई लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने कठोरता के साथ कदम उठाते हुए उनकी सिफारिश को रद्द कर दिया। यह आसान निर्णय नहीं होता है क्योंकि इससे अपने ही मंत्री नाखुश हो जाते हैं और राज्य की वव्यस्था बिगड़ जाती है।
अपने ही मंत्रियों की सिफारिश को राधे करना और राज्य के क्षेत्र में कार्य करना मुख्यमंत्री मोहन यादव के लिए यह एक चुनौती भरा कार्य था लेकिन इस कदम को उठाने के साथ ही उनकी सराहना करनी चाहिए। हालांकि मुख्यमंत्री जी के इस नए फैसले से स्टाफ में नए लोगों को कार्य करने का मौका मिलेगा।
विभागों में नहीं कर्मचारियों कुछ उड़ा जाएगा ताकि कार्य को नए ढंग से किया जाए। फिलहाल में ऐसा होता है कि मूल विभाग के मंत्रालय से मंत्री संबंधित या परिचित व्यक्ति को मंत्रालय पर लगा लेते हैं। इससे विभाग का काम प्रभावित होता है। इसके अलावा अन्य विभागों में काम होने पर भी कर्मचारी किसी और अन्य विभाग के कर्मचारियों को अदल बदल कर देते हैं जिससे मूल विभाग का कार्य प्रभावित हो जाता है।
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मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने कई कर्मचारियों के तबादला किया और कठोर नियम अपना रहे हैं मुख्यमंत्री मोहन यादव जी की कठोरता को देखते हुए कर्मचारी पक्ष भी दहशत में है और कर्मचारी भी चाहते हैं कि उनकी तरफ से किसी भी तरह की गलती और लापरवाही ना हो।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का कठोर फैसला
हाल ही में एक ड्राइवर के साथ बदतमीजी करने पर एक कलेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। और पिछले सप्ताह दो SDM को मारपीट के आरोप पर बर्खास्त कर दिया गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी लगातार इस तरह के कठोर कदम उठा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री जी आज उज्जैन में ध्वजारोहण किए और उनका यह कार्य स्पष्ट करता है कि उन्हें बाबा महाकाल से कितना लगाव है क्योंकि अक्सर देखा गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री भोपाल में ही ध्वजारोहण का कार्य करते हैं। आप मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के इस कार्य को लेकर और राज्य में अपना रहे कठोरता के नियम के साथ क्या विचार धारा रखते हैं अपने विचार नीचे कमेंट करके हमें जरूर बताएं।