शिवराज सीएम नहीं: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मध्य प्रदेश में जल्द ही चुनाव नतीजे सामने आने वाले हैं। यह चर्चा का विषय है कि क्या फिर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी मध्य प्रदेश के सीएम बनेंगे या नहीं, विभिन्न एग्जिट पोल के नतीजे मध्यप्रदेश की स्थिति को अस्पष्ट बना रहे हैं। कुछ पोल में भाजपा की जीत दिख रही है, जबकि कुछ पोल में कांग्रेस सरकार की जीत दिख रही है। इससे विधानसभा चुनाव के नतीजे स्पष्टता नहीं हो रही है।
क्या शिवराज सिंह चौहान जी फिर से सीएम बनेंगे
शिवराज सीएम नहीं: शिवराज सिंह चौहान का राजनीतिक भविष्य क्या होगा, यह एक अहम सवाल है। यदि भाजपा मध्यप्रदेश में शानदार जीत हासिल करती है, तो राज्य की कमान कौन संभालेगा? क्या शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मध्यप्रदेश की कमान संभालेंगे। राज्य में सरकार की कमान किसके हाथों में सौंपी जाएगी, यह जीते हुए विधायक और पार्टी तय करेगी। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान पार्टी के बेहद योग्य, अनुभवी और राजनीति की बारीक समझ रखने वाले नेता हैं। पार्टी उनके अनुभव का पूरा इस्तेमाल करेगी।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने की संभावना
यदि मध्य प्रदेश में भाजपा की जीत होती है तो क्या फिर से शिवराज सिंह चौहान जी सीएम बनेंगे या नहीं या मध्य प्रदेश में नेतृत्व नई पीढ़ी के हाथों में चला जाएगा। तो इस प्रकार से सीएम शिवराज सिंह चौहान जी का क्या होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के कार्यों को इतनी सरहाना नहीं दी और उन्होंने ज्यादातर केंद्र सरकार के कार्यों के बारे में चर्चा की है तो क्या एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान जी को टिकट मिलने वाला है या नहीं इस बात पर अभी कोई स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। इस बात का खुलासा चुनाव नतीजे के बाद ही पता चल पाएगा कि मध्य प्रदेश में सत्ता किसके हाथ में आती है।
हालाकि यह संकेत देखने को मिल रहे हैं कि मध्य प्रदेश में बीजेपी पार्टी सीएम बदलने की योजना बना रही है और पार्टी की कमान नई पीढ़ी के हाथों में जाने देने का निर्णय किया गया है। कई अन्य राज्यों में भी पार्टी ने इसी नीति को अपनाया है। मध्यप्रदेश में भी वह राजनीति देखने को मिल सकती है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने ओबीसी, आदिवासी और दलित समुदायों को आगे बढ़ाया है, इसलिए पार्टी इन समुदायों में से किसी एक चेहरे को अवसर देगी।
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क्या प्रह्लाद सिंह पटेल जी को मिलेगा अवसर
राज्य की न्यूनतम 49% आबादी वाले पिछड़े समुदाय भाजपा का समर्थक वर्ग माना जाता है। पिछले चुनाव में जब अन्य पिछड़ा वर्ग भाजपा से नाराज चल रही थीं, इसी वर्ग ने भाजपा की लाज बचाने का काम किया था। यदि भाजपा ने इन बातों को ध्यान में रखकर नेतृत्व परिवर्तन किया, तो प्रह्लाद सिंह पटेल या नारायण सिंह कुशवाहा जैसे नेताओं को एक अवसर मिल सकता है। प्रह्लाद सिंह पटेल पिछड़ी जाति से हैं, उनके पास प्रशासनिक अनुभव भी है और वे केंद्रीय नेतृत्व के भी भरोसेमंद नेता माने जाते हैं।
लाड़ली बहना योजना रहेगी जारी
मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान जी के अतिरिक्त अन्य चेहरे भी है जिन्हें सीएम पद का दावेदार माना जा रहा है। हालाकि सीएम पद की कमान किसी भी नेता के पास हो राज्य की महिलाओं के लिए चल रही लाड़ली बहना योजना जारी रहेगी। इस योजना के तहत वर्तमान में पात्र महिलाओं को 1250 रूपये प्रतिमाह मिल रहे हैं और आगे चलकर इस राशि को बढ़ाया भी जाएगा।