मध्यप्रदेश: बालाघाट जिले में हुए मतदान का रिकॉर्ड इस बार तोड़ दिया गया है। बीते 2018 में 80 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन इस बार 84.15 प्रतिशत मतदान शाम 7.30 बजे तक रिकॉर्ड किया गया। देर रात तक चल रही वोटिंग से यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। जिले में मतदान का आंकड़ा 85 प्रतिशत तक जाने की संभावना है। इसमें 2018 के चुनाव की अपेक्षा लगभग 34 नए मतदान केन्द्रो में हुई बढ़ोत्तरी का भी योगदान है, जिसमें मतदाताओं को गांव में ही मतदान करने का अवसर मिला।
बालाघाट पुलिस सुरक्षा व्यवस्था
मध्यप्रदेश: इस बार बालाघाट पुलिस ने 319 मतदान केन्द्रों में थ्री-लेयर सुरक्षा व्यवस्था की। यहां मतदान केन्द्रों में सुरक्षा टीम तैनात थी। दूसरी लेयर में नक्सली मतदान केन्द्र के आसपास एक और टीम और तीसरी लेयर में जंगलों में सुरक्षा के जवान थे। इसके अलावा, ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी गई। लगातार मतदान और सुरक्षा को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के भ्रमण ने मतदाताओं में एक विश्वास पैदा किया। इसके अलावा, मतदान के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. मिश्रा और पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
विधानसभा में भाग लेने वाले 67 प्रत्याशियों
देर शाम 7.30 बजे तक मतदान के आंकड़ो में जिले की सभी 06 विधानसभा में कुल 84.15 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। जिसमें 108 बैहर में 84.81 प्रतिशत, 109 लांजी में 84.11 प्रतिशत, 110 परसवाड़ा में 86.39 प्रतिशत, 111 बालाघाट में 82.99 प्रतिशत, 112 वारासिवनी में 84.95 प्रतिशत और 113 कटंगी में 81.65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
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परसवाड़ा में 86.39 प्रतिशत सबसे ज्यादा और कटंगी में 81.65 प्रतिशत सबसे कम मतदान रिकॉर्ड किया गया है। जिले की 06 विधानसभा में भाग लेने वाले 67 प्रत्याशियों का भाग्य ईव्हीएम में कैद हो गया है। आगामी 03 दिसंबर को किसकी किस्मत चमकेगी और किसका सूर्यास्त होगा, यह तय हो जाएगा।
विधानसभा चुनाव में बंफर वोटिंग
जिले में बीते 2018 से ज्यादा 2023 के आम विधानसभा चुनाव में बंफर वोटिंग ने राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा की धड़कनों को बड़ा दिया है। हालांकि दोनो ही दलो का दावा है कि ज्यादा वोटिंग से उन्हें फायदा हो रहा है और वह चुनाव जीत रहे है। फिलहाल इस बार जनता ने मतदान के पहले और मतदान के बाद जो खामोशी दिखाई है, उसने राजनीतिक दलो के प्रत्याशियों ने खामोश कर दिया है। जिले की सभी 06 विधानसभा सीटो पर हालांकि मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है।