सरकार: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को हुए थे जिसमें प्रदेश के हर एक नागरिक ने बढ़ चढ़कर मतदान किया था और अब सबको इंतजार है तो बस 3 दिसंबर का क्योंकि इस दिन चुनावी परिणाम घोषित होने वाले हैं। परिणाम घोषित होने से पूर्व ही कई अनुमान लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी लेकिन ये अनुमान सिर्फ प्रदेश की जनता के बीच ही सीमित नहीं है बल्कि कांग्रेस और बीजेपी से कमलनाथ और शिवराज दोनों का ही दावा है कि प्रदेश में उनकी सरकार बनेगी।
मध्य प्रदेश में सरकार बनने से पहले ही कांग्रेस ने IAS और IPS अधिकारियों की कमान वापस लेने की चेतावनी दे दी है। बता दे कि कांग्रेस ने एक लिस्ट तैयार करने को कहा है जिसमें जिले के IAS और IPS अधिकारियों के नाम शामिल हैं। कांग्रेस कमेटी के पास प्रत्याशियो द्वारा लिस्ट 30 नवंबर तक पहुंच जाएगी जिसके बाद जैसे ही प्रदेश में सरकार बनती है कांग्रेस द्वारा इन अफसरों की कमान छीन ली जाएगी।
सरकार: कांग्रेस द्वारा जेलों के IAS और IPS अफसरों की रवानगी करने की चेतावनी के पीछे का कारण बताते हुए कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के.के मिश्रा का कहना है की “प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ऐसे अफसर की सूची बनाई जा रही है, जो पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाते हैं. इनमें कई जिले के कलेक्टर भी शामिल है।” कांग्रेस की नजर में ऐसे काई अफसर है जिनकी रवानगी जल्दी ही जाएगी।
30 नवंबर तक आ जाएगी कांग्रेस कमेटी की पास लिस्ट
कांग्रेस द्वारा सरकार बनते ही राज्य के उन सभी अफसरों की कमान वापस ले ली जाएगी जिन्होंने पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया है और अभी भी अपना रहे हैं। कांग्रेस कमेटी के पास अभी तक राज्य के 70 फिसदी अफसरों के नाम आ चुके हैं और 30 नवंबर तक बाकी के बचे हुए नाम की लिस्ट भी आ जाएगी।
कांग्रेस का दावा 45 दिनों में होगी कार्यवाही
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य के पक्षपात करने वाले अफ़सरों को चेतावनी देते हुए यह दावा किया है कि जैसे ही मध्य प्रदेश में 3 दिसंबर को कांग्रेस की सत्ता बनती है उसके ठीक 45 दिनों के अंदर ही इन अफ़सरों की रवानगी की तैयारी हो जाएगी। कांग्रेस कमेटी की इस लिस्ट में मुरैना और ग्वालियर के कलेक्टरों के साथ SP और IAS अफसरों के नाम भी शामिल हैं।
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बीजेपी भी है पक्षपात अफसरों के खिलाफ
मध्य प्रदेश के पक्षपात करने वाले अफसरों के खिलाफ कार्यवाई करने के मामले में सिर्फ कांग्रेस ही नहीं है, बल्कि बीजेपी से शिवराज सिंह चौहान ने भी ऐसे अफसरों के खिलाफ कार्यवाई की लंबी लिस्ट तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि यदि फिर से भाजपा की सत्ता बनती है तो नरसिंहपुर, छतरपुर, रतलाम और भिंड के कलेक्टरों सहित और भी कई अफसरों को पद से हटाया जा सकता है। शिवराज सिंह चौहान द्वारा बनाई गई सूची में बालाघाट कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा सहित ओएसडी नीरज वशिष्ठ, मुख्य सचिव इकबाल भी शामिल हैं।