लाड़लियों को आठवीं किस्त: मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत लाभ ले रही 1 करोड़ 31 लाख महलाओं में से 2 लाख महिलाओं का नाम योजना से हटा दिया गया है। 10 जनवरी 2024 को महिलाओं के बैंक खाते में लाड़ली बहना योजना की आठवीं किस्त को भेज दिया गया है। और इनमें से 2 लाख लाड़ली बहनों को योजना की आठवीं किस्त नहीं दी गई है क्योंकि उनका नाम योजना से काट दिया गया है।
लाड़ली बहना योजना की आठवीं किस्त
लाड़लियों को आठवीं किस्त: जिन महिलाओं को आठवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार हो रहा था उन सभी महिलाओं को अब लाड़ली बहना योजना की आठवीं किस्त के पैसे ट्रांसफर कर दिए गए हैं। जिन महिलाओं ने अभी तक लाड़ली बहना योजना की आठवीं किस्त को चेक नहीं किया है। वह आसानी से लाड़ली बहना योजना के आठवीं किस्त आसानी से चेक कर सकती हैं। मध्य प्रदेश में कई महिलाओं के मन में इस बात को लेकर सवाल उठ रहे थे कि लाड़ली बहना योजना को निरंतर जारी रखा जाएगा तो जानकारी के लिए बता दे कि लाडली बहन योजना को निरंतर जारी रखा जाएगा।
लाड़ली बहना योजना लाभ परित्याग
लाड़ली बहना योजना लाभ परित्याग का मतलब यह है कि जो महिलाएं लाड़ली बहना योजना के लिए नियम और शर्तों को पूरा नहीं करती हैं। इसके अलावा जो महिलाएं लाड़ली बहना योजना के लिए अपात्र हैं। उन सभी महिलाओं को लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने से वंचित कर दिया गया है। उन महिलाओं को जानकारी के लिए बताया जा रहा है कि भविष्य में वह महिलाएं लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन फार्म भी नहीं भर सकती हैं। और उन्हें योजना का लाभ ही नहीं दिया जाएगा।
2 लाख महिलाओं के नाम लाड़ली बहना योजना से हटाए
मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रही महिलाओं में से 2 लाख महिलाओं के नाम योजना में से हटा दिए गए हैं। क्योंकि यह महिलाएं योजना के लिए पात्रता साबित नहीं थी। लाड़ली बहना योजना की आठवीं किस्त के अनुसार 2 लाख महिलाओं के नाम योजना से हटा दिए गए हैं। क्योंकि मध्य प्रदेश में 2 लाख ऐसी महिलाएं हैं।
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जिन महिलाओं ने लाड़ली बहना योजना का लाभ परित्याग कर दिया है। इस वजह से उनका नाम योजना से काट दिया गया है। जो महिलाएं लाड़ली बहना योजना में लाभ परित्याग करने वाली हैं। उन्हें अब लाड़ली बहना योजना का लाभ नहीं मिलने वाला है और इस प्रकार की महिलाएं जिन्होंने लाड़ली बहना योजना का लाभ परित्याग किया है। उन महिलाओं को भविष्य में भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा और ना ही उनको फिर से योजना के अंतर्गत आवेदन फॉर्म भरने का मौका दिया जाएगा।