अयोध्या: संपूर्ण विश्व के भक्तों का 500 साल का इंतजार अब जाकर समाप्त हुआ है। जैसा कि हम सब जानते हैं पूरे 500 सालों बाद भगवान श्री राम अपने जन्म स्थान अयोध्या के राज सिंहासन पर विराजमान होने जा रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या नगरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है जो अपने आप में ही गौरवशाली और ऐतिहासिक पर्व है, जिसका उत्साह देश-दुनिया के प्रत्येक राम भक्त के अंदर देखने को मिल रहा है।
- अयोध्या भगवान राम का गर्भ ग्रह है, यहां पर प्रभु श्री राम ने अपना बाल्यकाल बिताया ह। अयोध्या की यह पवित्र भूमि हिंदूओं के लिए बहुत महत्व रखती है। प्रभु श्री राम के इस जन्म भूमि पर हजारों वर्षों से राम मंदिर बना हुआ था जिसको तोड़ दिया गया था और मस्जिद घोषित कर दिया गया था, लेकिन वर्षों पहले हुए पुरातत्व विभाग के सर्वे में यह बताया गया कि जहां बावरी मस्जिद है वहां असल में मंदिर होने के संकेत मिले हैं जो कि सदियाँ बदलने पर जमीन की उलट पलट होने से छुप गए थे।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है कहा जा रहा है कि लगभग 70 फ़ीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की जानी है जिसके उद्घाटन समारोह की तैयारी 15 जनवरी 2024 से शुरू कर दी जाएगी। राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेता और साधु संत सम्मिलित होंगे।
जाने राम मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें
अयोध्या में 500 सालों के संघर्ष के बाद प्रभु श्री राम अपने भव्य महल में विराजमान होने जा रहे हैं। अयोध्या में भगवान राम का इतिहास, वेदों, पुराणों और रामायण से मिलता है। भव्य राम मंदिर राजस्थान के बंसी पहाड़पुर के नककाशिदार पत्थरों से बनाया जा रहा है, मंदिर की कुल चौड़ाई 250 फिट, लम्बाई 380 और ऊंचाई 161 फिट है। अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें आगे इस आर्टिकल में बताई हुई है।
स्वर्ण जड़ित दरवाजे
राम मंदिर निर्माण के भूतल में 14 खूबसूरत दरबाज़ो को महाराष्ट्र से आई सागुन की लकड़ी पर तांबे की परत चढ़ाकर उसे स्वर्ण जड़ित नककाशिदार किया गया है।
600 किलो की विशाल घंटी
अयोध्या में बन रहे इस रामलला के मंदिर में 600 किलोग्राम की घंटी लगना है जो की अष्टधातु से निर्मित होगी और उसके ऊपर जय श्री राम लिखा हुआ है।
‘श्री राम’ की सोने और चांदी की ईद
राम मंदिर के शिलान्यास के लिए ‘श्री राम’ नाम की दो विशेष इंटे तमिलनाडु के साधुओं द्वारा लाई गई है।
155 देश के जल से अभिषेक
भगवान राम के जल अभिषेक के लिए पूरी दुनिया भर के 155 देश की नदियों का जल अयोध्या लाया गया है जिनमें चीन यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान, कनाडा, तिब्बत और पाकिस्तान सहित अन्य देशों की पवित्र नदियों का जल अभिषेक के लिए तांबे के लोटों में अयोध्या लाया गया है।
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51 इंच लंबी मूर्ति
अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भगवान राम की 51 इंच लंबी मूर्ति 22 जनवरी के दिन राम मंदिर के गर्भ ग्रह में स्थापित की जाएगी।